Friday, February 28, 2014

औरत

ये वह शक्ति है जिसकी कोख में जीवन पनपता है 
मीना द्वारा 
निमित पेस्टल चित्र  
वो ताकत है 
जो सितारों भरी क़ायनात को जन्म देती है,
जीवन को जगमगाहट और नज्जारों  को इल्म देती है,
धरा पे उगते फूलों, पौधों और पेड़ों को सींच देती है
कहीं शबरी, कहीं मीरा, तो कहीं रानी झाँसी का रूप लेती है
ये औरत है जो रण में जाते वीरों को विजय तिलक देती है
ये औरतहै, निर्भय है,

निर्भयता को जन्म देती है।
-©मीना चोपड़ा 


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